सामना हा मराठी भाषेतील एक गाजलेला चित्रपट आहे. या चित्रपटाची पटकथा विजय तेंडुलकर यांनी लिहिली.
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१९५४-१९६० | - महात्मा फुले (१९५४)
- मी तुळस तुझ्या अंगणी (१९५५)
- – (१९५६)
- गृहदेवता (१९५७)
- धाकटी जाऊ (१९५८)
- – (१९५९)
- कन्यादान (१९६०)
| प्रमाणपत्र | - – (१९५४)
- शेवग्याच्या शेंगा (१९५५)
- – (१९५६)
- – (१९५७)
- – (१९५८)
- – (१९५९)
- उमज पडेल तर (१९६०)
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१९६१-१९८० | - मानिनी]] (१९६१)
- रंगल्या रात्री अश्या (१९६२)
- हा माझा मार्ग एकला (१९६३)
- पाठलाग (१९६४)
- साधी माणसं (१९६५)
- – (१९६६)
- संथ वाहते कृष्णामाई (१९६७)
- एकटी (१९६८)
- तांबडी माती (१९६९)
- मुंबईचा जावई (१९७०)
- – (१९७१)
- पिंजरा (१९७२)
- – (१९७३)
- – (१९७४)
- सामना (१९७५)
- – (१९७६)
- जैत रे जैत (१९७७)
- – (१९७८)
- सिंहासन (१९७९)
- – (१९८०)
| प्रमाणपत्र | - वैजयंता आणि माणसाला पंख असतात (१९६१)
- जावई मझा भला आणि गरीबा घरची लेक (१९६२)
- ते माझे घर (१९६३)
- तुका झालासी कळस आणि सवाल माझा ऐका! (१९६४)
- युगे युगे मी वाट पहिली (१९६५)
- (१९६५ नंतर बंद झाले)
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१९८१-२००० | - उंबरठा (१९८१)
- शापीत (१९८२)
- स्मृती चित्रे (१९८३)
- महानंदा (१९८४)
- पुढचे पाऊल (१९८५)
- – (१९८६)
- सरजा (१९८७)
- – (१९८८)
- कळत नकळत (१९८९)
- – (१९९०)
- – (१९९१)
- एक होता विदूषक (१९९२)
- लपंडाव (१९९३)
- – (१९९४)
- बांगरवाडी (१९९५)
- राव साहेब (१९९६)
- – (१९९७)
- तू तिथे मी (१९९८)
- घराबाहेर (१९९९)
- अस्तित्व (२०००)
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२००१- सद्द्य | |
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