शंकर-जयकिशन
शंकर-जयकिशन म्हणजे शंकरसिंह रघुवंशी (ऑक्टोबर १५, इ.स.१९२२ - एप्रिल १५, इ.स.१९८७) व जयकिशन दयाभाई पांचाल (इ.स. १९४९ - १९७१) ही एक सुप्रसिद्ध बॉलीवुड संगीतकार जोडी होती.
चित्रपट
- आत्माराम (१९७९)
- धुप छांव (१९७७)
- दो झूट (१९७५)
- साजिश (१९७५)
- सन्यासी (१९७५)
- रेशम की डोरी (१९७४)
- इंटरनेशनल क्रुक (१९७४)
- इंसानियत (१९७४)
- आज की ताज़ा ख़बर (१९७३)
- नैना (१९७३)
- प्यार का रिश्ता (१९७३)
- जंगल में मंगल (१९७२)
- आंखों आंखों में (१९७२)
- आन बान (१९७२)
- बेईमान (१९७२)
- दिल दौलत दुनिया (१९७२)
- रिवाज (१९७२)
- प्रीतम (१९७१)
- अंदाज़ (१९७१)
- एक नारी एक ब्रह्मचारी (१९७१)
- एलान (१९७१)
- जाने-अनजाने (१९७१)
- जवान मोहब्बत (१९७१)
- ज्वाला (१९७१)
- कल आज और कल (१९७१)
- लाल पत्थर (१९७१)
- मैं सुंदर हूँ (१९७१)
- नादान (१९७१)
- सीमा (१९७१)
- बोंम्बे टॉकी (१९७०)
- भाई-भाई (१९७०)
- धरती (१९७०)
- मेरा नाम जोकर (१९७०)
- पगला कहीं का (१९७०)
- पहचान (१९७०)
- उमंग (१९७०)
- भाई बहेन (१९६९)
- चन्दा और बिजली (१९६९)
- जहाँ प्यार मिले (१९६९)
- प्रिन्स (१९६९)
- प्यार ही प्यार (१९६९)
- सचाई (१९६९)
- शतरंज (१९६९)
- तुमसे अच्छा कौन है (१९६९)
- यकीन (१९६९)
- ब्रह्मचारी (१९६८)
- दुनिया (१९६८)
- झुक गया आसमान (१९६८)
- मेरे हुजूर (१९६८)
- सपनों का सौदागर (१९६८)
- शिकार (१९६८)
- अमन (१९६७)
- अरौंड द वर्ल्ड (१९६७)
- छोटीसी मुलाक़ात (१९६७)
- दीवाना (१९६७)
- अंन ईवनिंग इन पँरिस (१९६७)
- गुनाहों का देवता (१९६७)
- हरे कांच की चूरियां (१९६७)
- लाट साहेब (१९६७)
- रात और दिन (१९६७)
- सूरज (१९६६)
- आम्रपाली (१९६६)
- बद्तमीज़ (१९६६)
- गबन (१९६६)
- लव इन तोक्यो (१९६६)
- प्यार मोहब्बत (१९६६)
- तीसरी कसम (१९६६)
- आरजू (१९६५)
- गुमनाम (१९६५)
- जानवर (१९६५)
- एप्रिल फूल (१९६४)
- आयी मिलन की बेला (१९६४)
- बेटी बेटे (१९६४)
- राजकुमार (१९६४)
- संगम (१९६४)
- साँझ और सवेरा (१९६४)
- जिन्दगी (१९६४)
- दिल एक मन्दिर (१९६३)
- एक दिल सो अफसाने (१९६३)
- हमराही (१९६३)
- आशिक (१९६२)
- असली-नकली (१९६२)
- दिल तेरा दीवाना (१९६२)
- हरियाली और रास्ता (१९६२)
- प्रोफेसर (१९६२)
- रंगोली (१९६२)
- आस का पंछी (१९६१)
- बॉय फ्रेंड (१९६१)
- जब प्यार किसीसे होता है (१९६१)
- जंगली (१९६१)
- रूप की रानी चोरों का राजा (१९६१)
- ससुराल (१९६१)
- दिल अपना और प्रीत पराई (१९६०)
- एक फूल चार कांटे (१९६०)
- जिस देश में गंगा बहती है (१९६०)
- सिंगापुर (१९६०)
- अनारी (१९५९)
- छोटी बहेन (१९५९)
- कन्हैया (१९५९)
- लव मँरेज (१९५९)
- मैं नशे में हूँ (१९५९)
- शरारत (१९५९)
- उजाला (१९५९)
- बागी सिपाही (१९५८)
- यहूदी (१९५८)
- बेगुनाह (१९५७)
- कठ पुतली (१९५७)
- बसंत बहार (१९५६)
- चोरी चोरी (१९५६)
- हलाकू (१९५६)
- न्यू दिल्ली (१९५६)
- मयुरपंख (१९५६)
- राजहाथ (१९५६)
- श्री ४२० (१९५५)
- सीमा (१९५५)
- बादशाह (१९५४)
- बूट पॉलिश (१९५४)
- आह (१९५३)
- आस (१९५३)
- औरत (१९५३)
- नया घर (१९५३)
- पतिता (१९५३)
- शिकस्त (१९५३)
- दाग (१९५२)
- पूनम (१९५२)
- आवारा (१९५१)
- बादल (१९५१)
- बरसात (१९४९)
फिल्मफेअर पुरस्कार
- १९५६ - चोरी चोरी
- १९६० - दिल अपना और प्रीत पराई
- १९५९ - अनाडी
- १९६२ - प्रोफेसर
- १९६६ - सूरज
- १९६८ - ब्रह्मचारी
- इ.स. १९७० - पेहचान
- इ.स. १९७१ - मेरा नाम जोकर
- इ.स. १९७२ - बेइमान
शंकर-जयकिशन यांच्या स्मृतिप्रीत्यर्थ भारतात अनेक ठिकाणी, विविध अनेक संस्था चित्रपट संगीताचे कार्यक्रम करतात. पुण्यात दादासाहेब फाळके स्मृति प्रतिष्ठान ही अशीच एक संस्था आहे.
शंकर-जयकिशन यांच्या कारकिर्दीवर लिहिली गेलेली पुस्तके
- Shankar Jaikishan (Lambert M. Surhone, Miriam T. Timpledon, Susan F. Marseken)
- Shankar Jaikishan, the uncrowned kings of Hindi film music (विजय रेगे)
- सात सुरों का साथ : शंकर जयकिशन (हिंदी, गायत्री पब्लिकेशन)
बाह्य दुवे
- शंकर जयकिशन यांनी संगीत दिलेली गाणी Archived 2009-06-26 at the Wayback Machine.