राग अभोगी कानडा
| ||||
|---|---|---|---|---|
| थाट | काफी(मेलकर्ता गौरीमनोहरी) | |||
| प्रकार | हिंदुस्तानी | |||
| जाती | औडव | |||
| स्वर | ||||
| आरोह | सा रे ग् म ध सां | |||
| अवरोह | सां ध म ग् म रे सा | |||
| वादी स्वर | म | |||
| संवादी स्वर | सा | |||
| पकड | ||||
| गायन समय | मध्यरात्र | |||
| गायन ऋतू | ||||
| समप्रकृतिक राग | अभोगी | |||
| उदाहरण | ||||
| इतर वैशिष्ट्ये | (वरील चौकटीत हलंत शब्द (पाय मोडलेला) हा कोमल स्वर दर्शवितो. तसेच, स्वरानंतर असलेले ' हे चिन्ह कोमल स्वर दर्शविते. तार सप्तकातील स्वरांवर टिंबे दिलेली आहेत ) | |||
राग अभोगी कानडा हा भारतीय शास्त्रीय संगीतातील एक राग आहे.