Jump to contentप्रथम खंड
- ६० त्रुटि = १ रेणु
- ६० रेणु = १ लव
- ६० लव = १ लीक्षक
- ६० लीक्षक = १ प्राण
- ६० प्राण = १ पल
- ६० पल = १ घटी
द्वितीय खंड
- ६० प्रतिपल = १ विपल
- ६० विपल = १ पल
- ६० पल = १ घटी
- २४ मिनिटे = १ घटी
- २½ पल = १ मिनिट
- ½ विपल = १ सेकंद
- २½ घटी = १ घंटा
- ६० घटी = २४ घंटा
- ६० प्रति-विकला = १ विकला
- ६० विकला = १ कला
- ६० कला = १ अंश
- ३० अंश = १ राशि
- १२ राशि = १ भचक्र
तृतीय खंड
- ८ भव = १ अंगुल
- २४ अंगुल = १ हात
- ४ हाथ = १ बांस
- २००० बांस = १ कोस
चतुर्थ खंड
- २ घटी = १ मुहूर्त
- ७½ घटी = १ पहर
- ८ प्रहर = १ अहोरात्र
- ३० मुहूर्त = १ अहोरात्र
- ३० अहोरात्र = १ मास
- १२ मास = १ वर्ष
- १ वर्ष = १ दिव्य दिवस
- ३६० दिव्य दिवस = १ दिव्य वर्ष
- १२००० दिव्य वर्षे = १ चतुर्युग
- १००० चतुर्युग = ब्रह्मदेवाचा एक दिवस