परमवीर चक्र पुरस्कार
परमवीर चक्र | ||
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पुरस्कार माहिती | ||
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प्रकार | युद्ध कालीन वीरता पुरस्कार | |
वर्ग | राष्ट्रीय बहादुरी | |
स्थापित | १९५० | |
प्रथम पुरस्कार वर्ष | १९४७ | |
अंतिम पुरस्कार वर्ष | १९९९ | |
एकूण सन्मानित | २१ | |
सन्मानकर्ते | भारत सरकार | |
रिबन | ||
प्रथम पुरस्कारविजेते | मेजर सोमनाथ शर्मा (मरणोत्तर) | |
अंतिम पुरस्कारविजेते | कॅप्टन विक्रम बत्रा (मरणोत्तर) | |
पुरस्कार क्रम | ||
नाही ← परमवीर चक्र → महावीर चक्र |
परमवीर चक्र हा भारताचा सर्वोच्य सैन्य पुरस्कार असून युद्धकाळात गाजवलेल्या अतुलनीय कामगिरी बाबत हा पुरस्कार देण्यात येतो. आतापर्यंत २१ परमवीर चक्र पुरस्कार प्रदान करण्यात आले असून त्यातले १४ पुरस्कार हे मरणोत्तर आहेत. एकवीसपैकी वीस पुरस्कार भारतीय सैन्य तर एक वायुसेनेच्या सदस्यांस प्रदान केले गेले आहेत.
ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट आणि गोरखा रायफल्स या पथकांना प्रत्येकी ३, शीख रेजिमेंट, कुमाऊॅं रेजिमेंट, जम्मू काश्मीर रायफल्स आणि द पूना हॉर्सेस या पथकांना प्रत्येकी २ पुरस्कार दिले गेले. हा पुरस्कार मिळवणाऱ्यांपैकी लेफ्टनंट अर्देशर तारापोर हे सगळ्यात वरच्या पदाचे अधिकारी होते.
शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया कंपनीने १९८३-८५ दरम्यान पंधरा तेलवाहू जहाजे विकत घेतली. यांना त्यावेळच्या १५ परमवीरचक्र विजेत्यांची नावे दिली गेली.
विजेते
नाव | सैन्यपथक | तारीख | युद्धभूमी | यद्ध |
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मेजर सोमनाथ शर्मा | चौथी बटालियन, कुमाऊॅं रेजिमेंट | नोव्हेंबर ३, १९४७ | बडगाम, काश्मीर | १९४८ चे भारत-पाक युद्ध |
लान्स नायक करम सिंह | १ बटालियन, शीख रेजिमेंट | ऑक्टोबर १३, १९४८ | टिथवाल, काश्मीर | १९४८ चे भारत-पाक युद्ध |
नायक यदुनाथ सिंग | १ बटालियन, राजपूत रेजिमेंट | फेब्रुवारी, १९४८ | नौशेरा, काश्मीर | १९४८ चे भारत-पाक युद्ध |
सेकंड लेफ्टनंट राम राघोबा राणे | इंडियन कोर ऑफ इंजिनियर्स | एप्रिल ८, १९४८ | नौशेरा, काश्मीर | १९४८ चे भारत-पाक युद्ध |
कंपनी हवालदार मेजर पीरू सिंग शेखावत | ६ बटालियन, राजपूताना रायफल्स | १७-जुलै १८, १९४८ | टिथवाल, काश्मीर | १९४८ चे भारत-पाक युद्ध |
कॅप्टन गुरबचन सिंग सलारिया | ३ बटालियन, १ गुरखा रायफल्स | डिसेंबर ५, १९६१ | एलिझाबेथ व्हिलेज, काटंगा, कॉंगो, आफ्रिका | कॉंगो संकट |
मेजर धनसिंग थापा | १ बटालियन, १ गुरखा रायफल्स | ऑक्टोबर २०, १९६२ | लद्दाख, भारत | १९६२ चे भारत-चीन युद्ध |
सुबेदार जोगिंदर सिंग | १ बटालियन, शीख रेजिमेंट | ऑक्टोबर २३, १९६२ | तोंगपेन ला, नॉर्थईस्ट फ्रंटियर एजन्सी, भारत | १९६२ चे भारत-चीन युद्ध |
मेजर शैतान सिंग | १३ बटालियन, कुमाऊॅं रेजिमेंट | नोव्हेंबर १८, १९६२ | रेजांग ला, नॉर्थईस्ट फ्रंटियर एजन्सी, भारत | १९६२ चे भारत-चीन युद्ध |
कंपनी क्वार्टर मास्टर अब्दुल हमीद | ४ बटालियन, बॉम्बे ग्रेनेडियर्स | सप्टेंबर १०, १९६५ | चीमा, खेमकरण, भारत | १९६५ चे भारत-पाक युद्ध |
लेफ्टनंट कर्नल अर्देशर तारापोर | द पूना हॉर्सेस | ऑक्टोबर १५, १९६५ | फिलौरा, सियालकोट, पंजाब, भारत | १९६५ चे भारत-पाक युद्ध |
लान्स नायक आल्बर्ट एक्का | १४ बटालियन, बिहार रेजिमेंट | डिसेंबर ३, १९७१ | गंगासागर, बोग्रा, बांगलादेश | १९७१ चे भारत-पाक युद्ध |
फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह शेखों | १८ स्क्वॉड्रन, भारतीय वायुसेना | डिसेंबर १४, १९७१ | श्रीनगर, काश्मीर, भारत | १९७१ चे भारत-पाक युद्ध |
लेफ्टनंट अरुण खेतरपाल | द पूना हॉर्सेस | डिसेंबर १६, १९७१ | जरपाल, बारापिंड, पाकिस्तान | १९७१ चे भारत-पाक युद्ध |
मेजर होशियार सिंह | ३ बटालियन बॉम्बे ग्रेनेडियर्स | डिसेंबर १७, १९७१ | बसंतार, पाकिस्तान | १९७१ चे भारत-पाक युद्ध |
नायब सूबेदार बन्ना सिंग | ८ बटालियन, जम्मू काश्मीर लाइट इन्फंट्री | जून २३, १९८७ | सियाचिन हिमनदी, भारत | १९८७चा सियाचीन संघर्ष |
मेजर रामस्वामी परमेश्वरन | ८ बटालियन, महार रेजिमेंट | नोव्हेंबर २५, १९८७ | जाफना प्रांत, श्रीलंका | भारतीय शांतिसेनेच्या कारवाया (ऑपरेशन पवन) |
लेफ्टनंट मनोज कुमार पांडे | १ बटालियन, ११ गुरखा रायफल्स | जुलै ३, १९९९ | जुबेर टाप, बटालिक सेक्टर, काश्मीर, भारत | कारगिल युद्ध |
ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव | १८ बटालियन, द ग्रेनेडियर्स | जुलै ४, १९९९ | टायगर हिल, कारगिल, काश्मीर, भारत | कारगिल युद्ध |
रायफलमन संजय कुमार | १३ बटालियन, जम्मू काश्मीर रायफल्स | जुलै ५, १९९९ | फ्लॅट टॉप, कारगिल, काश्मीर, भारत | कारगिल युद्ध |
कॅप्टन विक्रम बात्रा | १३ बटालियन, जम्मू काश्मीर रायफल्स | जुलै ६, १९९९ | पॉइंट ५१४०, पॉइंट ४८७५, कारगिल, काश्मीर, भारत | कारगिल युद्ध |
पुढील वाचन
- परमवीर गाथा भाग १ ते ८. (मूळ लेखक - रचना बिश्त-रावत आणि मेजर जनरल शुभी सूद; मराठी अनुवाद - भगवान दातार)
- शौर्यगाथा (मूळ लेखक - रचना बिश्त-रावत आणि मेजर जनरल शुभी सूद; मराठी अनुवाद - भगवान दातार)