ऋषी कपूर
ऋषी कपूर | |
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ऋषी कपूर | |
जन्म | ऋषी कपूर ४ सप्टेंबर, १९५२ मुंबई, मुंबई राज्य, भारत (आता मुंबई, महाराष्ट्र, भारत) |
मृत्यू | ३० एप्रिल, २०२० (वय: ६७) मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
इतर नावे | चिंटू |
राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
कार्यक्षेत्र | अभिनय |
कारकीर्दीचा काळ | १९७० - २०१६ |
प्रमुख चित्रपट | चांदनी आणि बॉबी |
वडील | राज कपूर |
पत्नी | नीतू सिंग (१९७९) |
अपत्ये | रणबीर कपूर |
ऋषी कपूर ( ४ सप्टेंबर १९५२, मृत्यू: ३० एप्रिल २०२०) हा एक भारतीय सिने अभिनेता व दिग्दर्शक होता. १९७० सालच्या मेरा नाम जोकरमध्ये छोटी भूमिका करणाऱ्या ऋषीने १९७३ साली बॉबी ह्या चित्रपटामधून बॉलिवूडमध्ये पदार्पण केले. तेव्हापासून गेली ४० वर्षे सिनेइंडस्ट्रीत कार्यरत असलेल्या ऋषीने आजवर अनेक चित्रपटांमध्ये आघाडीच्या भूमिका बजावल्या आहेत व त्याला अनेक पुरस्कार देखील मिळाले आहेत. पत्नी नीतू सिंगसोबत त्याची पडद्यावरील जोडी लोकप्रिय होती. इसवी सनाच्या १९९० च्या व २००० च्या दशकात नायकाच्या भूमिका करणा-या ऋषी कपूर यांनी वाढत्या वयानुसार आपल्या भूमिकांच्या स्वरूपात बदल केला. 'कुछ तो है. या सिनेमात ऋषी कपूर यांनी रंगविलेला सायको किलर खुर्चीला खिळवून ठेवतो तर अग्निपथ(नवीन) मध्ये रौफ लाला हा भीतिदायक वाटतो. औरंगजेब सिनेमातील त्याची भूमिका निर्दयी वाटते.30 एप्रिल २०२०रोजी त्यांचे निधन झाले आहे.
ऋषी कपूरची भूमिका असलेले चित्रपट (सुमारे १२०)
वर्ष | हिंदी चित्रपट | भूमिका | दिग्दर्शक |
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२०१६ | सनम रे | "डॅड्डु " | |
२०१५ | ऑल इस वेल | भजनलाल भल्ला | |
वेडिंग पुलाव | लव्ह कपूर | विनोद प्रधान | |
२०१४ | बेवकूफीयां | व्ही के सेहगल | नूपुर अस्थाना |
२०१३ | डी-डे | इक्बाल सेठ | निखिल अडवाणी |
२०१२ | हाऊसफुल 2 | चिंटू कपूर | साजिद खान |
२०११ | पटियाला हाऊस | गुरटेज सिंग कहोलाँ | निखिल अडवाणी |
२००९ | दिल्ली-६ | अली बेग | रकीशी ओमप्रकाश मेहरा |
चिंटू जी | |||
लक बाय चान्स | |||
२००८ | हल्ला बोल | ||
२००७ | थोडा प्यार थोडा मॅजिक | ||
डोन्ट स्टॉप ड्रीमिंग | |||
नमस्ते लंडन | मनमोहन मल्होत्रा | ||
ओम शांति ओम | |||
२००६ | लव के चक्कर में | ||
फ़ना | |||
२००५ | प्यार में ट्विस्ट | यश खुराना | |
२००४ | हम तुम | अर्जुन कपूर | |
२००३ | तहज़ीब | ||
कुछ तो है | प्रोफेसर बख़्शी | ||
लव एट टाइम्स स्क्वैर | |||
२००२ | ये है जलवा | ||
२००१ | कुछ खट्टी कुछ मीठी | राज खन्ना | |
२००० | राजू चाचा | ||
कारोबार | |||
१९९९ | जय हिन्द | ||
१९९७ | कौन सच्चा कौन झूठा | ||
१९९६ | प्रेम ग्रंथ | ||
दरार | |||
१९९५ | हम दोनों | राजेश 'राजू' | |
साजन की बाहों में | सागर | ||
याराना | राज | ||
१९९४ | ईना मीना डीका | ईना | |
साजन का घर | अमर खन्ना | ||
प्रेम योग | राजकुमार राजू | ||
पहला पहला प्यार | राज | ||
मोहब्बत की आरज़ू | राजा | ||
घर की इज्जत | श्याम | ||
१९९३ | गुरुदेव | इंस्पेक्टर देव कुमार | |
इज़्ज़त की रोटी | |||
श्रीमान आशिक | |||
साहिबॉं | गोपी | ||
साधना | करन | ||
दामिनी | शेखर गुप्ता | ||
१९९२ | दीवाना | रवि | |
बोल राधा बोल | किशन मल्होत्रा/टोनी | ||
हनीमून | सूरज वर्मा | ||
इन्तेहा प्यार की | रोहित शंकर वालिया | ||
१९९१ | बंजारन | ||
हिना | चन्दर प्रकाश | ||
घर परिवार | |||
अज़ूबा | |||
रणभूमि | भोलानाथ | ||
१९९० | अमीरी गरीबी | दीपक भारद्वाज | |
शेषनाग | |||
आज़ाद देश के गुलाम | |||
१९८९ | खोज | रवि कपूर | |
चॉंदनी | रोहित गुप्ता | ||
बड़े घर की बेटी | गोपाल | ||
हथियार | |||
घराना | विजय मेहरा | ||
१९८८ | हमारा खानदान | ||
विजय | विक्रम ए भारद्वाज | ||
घर घर की कहानी | राम धनराज | ||
१९८७ | प्यार के काबिल | ||
हवालात | श्याम | ||
सिंदूर | |||
खुदगर्ज़ | |||
१९८६ | नगीना | राजीव | |
एक चादर मैली सी | मंगल | ||
नसीब अपना अपना | किशन सिंह | ||
दोस्ती दुश्मनी | |||
१९८५ | राही बदल गये | ||
तवायफ़ | |||
सागर | रवि | ||
ज़माना | रवि एस कुमार | ||
सितमगर | जय कुमार | ||
१९८४ | ये इश्क नहीं आसां | ||
दुनिया | रवि | ||
१९८३ | कुली | सनी | |
१९८२ | दीदार-ए-यार | ||
ये वादा रहा | विक्रम राय बहादुर | ||
प्रेम रोग | |||
१९८१ | ज़माने को दिखाना है | रवि नन्दा | |
नसीब | सनी | ||
१९८० | कर्ज़ | ||
दो प्रेमी | चेतन प्रकाश | ||
आप के दीवाने | राम | ||
धन दौलत | लकी बड़जात्या सक्सेना | ||
१९७९ | सरगम | राजू | |
सलाम मेमसाब | रमेश | ||
झूठा कहीं का | अजय राय | ||
१९७८ | फूल खिले हैं गुलशन गुलशन | विशाल राय | |
बदलते रिश्ते | मनोहर धनी | ||
पति पत्नी और वो | |||
नया दौर | |||
१९७७ | दूसरा आदमी | ||
अमर अकबर एन्थोनी | अकबर | ||
चला मुरारी हीरो बनने | |||
१९७६ | रंगीला रतन | ||
लैला मज़नू | |||
बारूद | अनूप सक्सेना | ||
कभी कभी | विक्रम (विकी) खन्ना | ||
१९७५ | रफ़ू चक्कर | ||
राजा | |||
१९७३ | बॉबी | राज नाथ (राजू) | |
यादों की बारात | |||
१९७० | मेरा नाम जोकर | कवि राजू |
आत्मचरित्र
ऋषी कपूरने ‘खुल्लम खुल्ला’ या नावाचे आत्मचरित्र लिहिले आहे.
ऋषी कपूरच्या चित्रपटांतील गाजलेली गाणी
ऋषी कपूरसाठी किशोर कुमार, मोहम्मद रफी अशा अनेक गायकांनी गाणी म्हटली आणि ती सगळीच गाणी यशस्वी ठरली. या गाण्यांचे विविध सभागृहांत शोज होतात आणि त्या शोजना ऋषी कपूरची हजेरी असते, व त्यावेळी ते गाण्यांमागचे किस्से संगतात. २०१७ सालापर्यंत असे शोज मुंबईच्या षण्मुखानंद हॉलमध्ये, बंगलोरमध्ये आणि पुण्यात झाले आहेत.
बाह्य दुवे
- इंटरनेट मूव्ही डेटाबेस वरील ऋषी कपूर चे पान (इंग्लिश मजकूर)