उत्तरायण |
---|
दिग्दर्शन | बिपीन नाडकर्णी |
---|
निर्मिती | बिपीन नाडकर्णी, संजय शेट्टी |
---|
पटकथा | बिपीन नाडकर्णी |
---|
प्रमुख कलाकार | शिवाजी साटम, नीना कुलकर्णी, उत्तरा बावकर, |
---|
गीते | कौस्तुभ सावरकर |
---|
संगीत | अमार्त्य राऊत |
---|
पार्श्वगायन | रवींद्र बिजूर |
---|
भाषा | मराठी |
---|
प्रदर्शित | {{{प्रदर्शन तारीख}}} |
---|
पुरस्कार | सर्वोत्कृष्ट राष्ट्रीय चित्रपट |
---|
|
उत्तरायण हा शिवाजी साटम आणि नीना कुलकर्णी यांच्या मुख्य भूमिका असलेला मराठी चित्रपट आहे. हा चित्रपट बिपीन नाडकर्णी ह्यांनी दिग्दर्शित केला आहे. ह्या चित्रपटाने मराठीत सर्वोत्कृष्ट चित्रपटाचा राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार जिंकला आहे.
चित्रपटाचे कथानक जयवंत दळवी लिखित "दुर्गी" या मराठी नाटकावर आधारित आहे.
|
---|
१९५४-१९६० | - महात्मा फुले (१९५४)
- मी तुळस तुझ्या अंगणी (१९५५)
- – (१९५६)
- गृहदेवता (१९५७)
- धाकटी जाऊ (१९५८)
- – (१९५९)
- कन्यादान (१९६०)
| प्रमाणपत्र | - – (१९५४)
- शेवग्याच्या शेंगा (१९५५)
- – (१९५६)
- – (१९५७)
- – (१९५८)
- – (१९५९)
- उमज पडेल तर (१९६०)
|
---|
|
---|
१९६१-१९८० | - मानिनी]] (१९६१)
- रंगल्या रात्री अश्या (१९६२)
- हा माझा मार्ग एकला (१९६३)
- पाठलाग (१९६४)
- साधी माणसं (१९६५)
- – (१९६६)
- संथ वाहते कृष्णामाई (१९६७)
- एकटी (१९६८)
- तांबडी माती (१९६९)
- मुंबईचा जावई (१९७०)
- – (१९७१)
- पिंजरा (१९७२)
- – (१९७३)
- – (१९७४)
- सामना (१९७५)
- – (१९७६)
- जैत रे जैत (१९७७)
- – (१९७८)
- सिंहासन (१९७९)
- – (१९८०)
| प्रमाणपत्र | - वैजयंता आणि माणसाला पंख असतात (१९६१)
- जावई मझा भला आणि गरीबा घरची लेक (१९६२)
- ते माझे घर (१९६३)
- तुका झालासी कळस आणि सवाल माझा ऐका! (१९६४)
- युगे युगे मी वाट पहिली (१९६५)
- (१९६५ नंतर बंद झाले)
|
---|
|
---|
१९८१-२००० | - उंबरठा (१९८१)
- शापीत (१९८२)
- स्मृती चित्रे (१९८३)
- महानंदा (१९८४)
- पुढचे पाऊल (१९८५)
- – (१९८६)
- सरजा (१९८७)
- – (१९८८)
- कळत नकळत (१९८९)
- – (१९९०)
- – (१९९१)
- एक होता विदूषक (१९९२)
- लपंडाव (१९९३)
- – (१९९४)
- बांगरवाडी (१९९५)
- राव साहेब (१९९६)
- – (१९९७)
- तू तिथे मी (१९९८)
- घराबाहेर (१९९९)
- अस्तित्व (२०००)
|
---|
२००१- सद्द्य | |
---|