आयएनएस खांदेरी (१९६८)
| इतिहास | |
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| श्रेणी व प्रकार: | |
| नाव: | आयएनएस खांदेरी |
| स्थानिक नाम: | खांदेरी |
| मालक: | |
| चालक: | |
| जहाज नोंदणी बंदर: | |
| मार्ग: | |
| आदेशित: | इ.स. २००५ |
| प्रदान: | |
| बांधणारे: | माझगांव डॉक |
| किनारा: | |
| यार्ड क्रमांक: | |
| मार्ग क्र: | |
| विमोचित: | १२ जानेवारी, इ.स. २०१७ |
| पूर्णता: | |
| पुनर्क्रियान्वयन: | |
| पुनर्नामाभिधान: | |
| पुनर्वर्गीकरण: | |
| पुनर्बांधणी: | |
| गृहबंदर: | |
| ओळख: | |
| ध्येय: | |
| उपनाव/वे: | |
| सन्मान व पुरस्कार: | |
| कब्जा: | |
| नोंदी: | |
| बिल्ला: | |
| सर्वसाधारण वैशिष्ट्ये | |
| श्रेणी व प्रकार: | साचा:Sclass-पाणबुडी |
| वजन टनात: | |
| प्रतिसारण: |
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| लांबी: | ९१.३ मी (२९९ फूट ६ इंच) |
| बीम: | ७.५ मी (२४ फूट ७ इंच) |
| उंची: | |
| डुबावा: | ६ मी (१९ फूट ८ इंच) |
| कर्षण: | |
| खोली: | |
| डेक्स: | |
| रॅंप्स: | |
| गती: |
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| पल्ला: |
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| चाचणी खोली: | २५० मी (८२० फूट) |
| नौका व विमाने: | |
| क्षमता: | |
| दल: | |
| एकूण कर्मी: | ७५ (८ अधिकारी अंतर्भूत) |
| कर्मीदल: | |
| सक्रियन कालावधी: | |
| शस्त्रसंभार: |
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| असलेली विमाने: | |
| विमानन सुविधा: | |
आयएनएस खांदेरी (एस५१) ही भारताची स्कॉर्पीन श्रेणीतील पाणबुडी आहे. या पाणबुडीचे दि.१२ जानेवारी २०१७ रोजी मुंबईच्या माझगांव डॉक येथे लोकार्पण करण्यात आले. या पाणबुडीचे बांधणी एमडीआयएल व डीसीएनएस या फ्रेंच कंपन्यांचे सहकार्याने करण्यात आले आहे.[१]
नावाचा इतिहास
छत्रपती शिवाजी यांनी १७ व्या शतकात लढाईसाठी अरबी समुद्रात असलेल्या खांदेरी या जलदुर्गाचा वापर केला होता. त्या दुर्गाची या लढाईत व तत्सम इतर लढायात महत्त्वाची भूमिका होती. त्यामुळे या पाणबुडीस हे समर्पक नाव देण्यात आले आहे.[१]
सिद्धता
या पाणबुडीवर जहाजांवर मारा करणारी क्षेपणास्त्रे बसविण्यात येणार आहेत.[१] शत्रुला चकवा देण्यासाठी यामध्ये उच्च दर्जाची स्टेल्थ प्रणाली बसविण्यात आलेली आहे. खोल समुद्रात किंवा समुद्र-पातळीवर असतांना ही पाणबुडी टॉरपेडो, नौकाविरोधी क्षेपणास्त्रे इत्यादी दागू शकते. तसेच, समुद्रात सुरूंग पेरणे, माहिती संकलन, टेहळणी, शत्रुच्या युद्धनौका व पाणबुड्या इत्यादी विरोधातही मोहिम पार पाडण्याची या पाणबुडीत क्षमता आहे.[२]
इतर माहिती
- किंमत=10200Cr.
- वजन=
- आकार=
- वाहक क्षमता=
- लांबी=
- वेग=ताशी २० सागरी मैल[२]
संदर्भ आणि नोंदी
- ^ a b c तरुण भारत,नागपूर - ईपेपर - १३/०१/२०१७ - पान क्र.१, 'आयएनएस खांदेरी' पाणबुडीचे लोकार्पण, Check
|दुवा=value (सहाय्य). १३/०१/२०१७ रोजी पाहिले.|ॲक्सेसदिनांक=मधील दिनांक मूल्ये तपासा (सहाय्य) - ^ a b लोकमत,नागपूर - ईपेपर - १३/०१/२०१७ - पान क्र.४, 'आयएनएस खांदेरी' पाणबुडीचे जलावतरण, Check
|दुवा=value (सहाय्य). १३/०१/२०१७ रोजी पाहिले.|ॲक्सेसदिनांक=मधील दिनांक मूल्ये तपासा (सहाय्य)
