आदि पुराण
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आदी पुराण ही ९व्या शतकातील एक संस्कृत कविता आहे जी जिनसेना,एक दिगंबर ऋषी यांनी तयार केली आहे. ती ऋषभनाथ,या पहिल्या तीर्थंकरांच्या जीवनाशी संबंधित आहे.आदि पुराणांची रचना प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ यांच्या जीवनाबद्दल गौरव करणारी संस्कृत कविता म्हणून जिनसेना (एक दिगंबर ऋषी) यांनी केली होती. जैन परंपरेनुसार, हे ९व्या शतकामध्ये लिहिलेले काव्य आहे.
हे कार्य त्यांच्या आत्म्याच्या प्रवासाच्या अद्वितीय शैलीवर व नंतर मुक्ती मिळविण्यावर लक्ष्य केंद्रीत करते.या रचनेत, संपूर्ण जगावर शक्ती व नियंत्रण यासाठी, ऋषभदेवाचे पुत्र भरत आणि बाहुबली या दोन भावांचा संघर्ष चितारण्यात आला आहे.बाहुबली विजयी झाल्यावर, त्याने आपल्या भावासाठी जागतिक व भौतिक गोष्टींचा त्याग केला.
मध्ययुगातील अनेक जैन पुराणांना या कामात एक आदर्श मॉडेल आढळले आहे.