राजाराम दुसरे
छत्रपती रामराजे भोसले | ||
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छत्रपती | ||
मराठा साम्राज्य | ||
अधिकारकाळ | १७४९ - १७७७ | |
अधिकारारोहण | छत्रपती पदाभिषेक | |
राज्याभिषेक | १७५० | |
राज्यव्याप्ती | अफगाणिस्तान मधील अटक पासून बंगाल मधील कटक पर्यंत, काश्मीर पासून तामिळनाडू तील तंजावर पर्यंत | |
राजधानी | सातारा | |
पूर्ण नाव | रामराजे शाहूराजे भोसले | |
जन्म | जून १७२६ | |
कोल्हापूर, महाराष्ट्र | ||
मृत्यू | ११ डिसेंबर १७७७ | |
सातारा, महाराष्ट्र | ||
पूर्वाधिकारी | छत्रपती सम्राट शाहू महाराज | |
पेशवे | नानासाहेब पेशवे (१७४०-१७६१), माधवराव पेशवे (१७६१-१७७२), नारायणराव पेशवे (१७७२-१७७३), रघुनाथराव पेशवे (१७७३-१७७४), सवाई माधवराव पेशवे (१७७४-१७९५) | |
उत्तराधिकारी | शाहू दुसरे | |
वडील | छत्रपती शिवाजी द्वितीय | |
आई | महाराणी भवानीबाई | |
संतती | शाहू दुसरे (दत्तक) | |
राजघराणे | भोसले | |
चलन | होन, शिवराई (सुवर्ण होन, रुप्य होन??) |
छत्रपती रामराजे भोसले हे छत्रपती राजाराम महाराज आणि महाराणी ताराबाई यांचे पुत्र छत्रपती शिवाजी द्वितीय यांचे पुत्र होते. छत्रपती शाहूराजे आणि महाराणी सगुणाबाई यांचे सख्खे पुत्र संभाजी राजे बालपणीच वारल्यामुळे छत्रपती शाहू राजांनी कोल्हापूरचे रामराजे यांना दत्तक घेतले.
छत्रपती शाहू राजांच्या मृत्यूनंतर महाराणी ताराबाईंचा नातू व छत्रपती शाहुराजांचा दत्तक पुत्र राजाराम उर्फ रामराजे छत्रपती झाले. त्यांच्या काळात सर्व कारभार सुत्रे पेशव्यांकडे गेली. त्यांचा मृत्यू १७७७ मध्ये सातारा येथे झाला.