राजाराम तृतीय
| छत्रपती राजारामराजे भोसले (तिसरे राजाराम) | ||
|---|---|---|
| छत्रपती | ||
| छत्रपती तिसरे राजाराम यांचे चित्र | ||
| मराठा साम्राज्य - कोल्हापूर संस्थान | ||
| अधिकारकाळ | इ.स. १९२२ - इ.स. १९४० | |
| राज्यव्याप्ती | कोल्हापूर संस्थान पर्यंत | |
| राजधानी | कोल्हापूर | |
| पूर्ण नाव | राजारामराजे शाहूराजे भोसले | |
| जन्म | इ.स. ३१ जुलै १८९७ | |
| कोल्हापूर | ||
| मृत्यू | इ.स. २६ नोव्हेंबर १९४० | |
| पूर्वाधिकारी | छत्रपती चौथे शाहूराजे भोसले | |
| उत्तराधिकारी | छत्रपती सातवे शिवाजीराजे भोसले | |
| वडील | छत्रपती शाहूराजे भोसले (चौथे) | |
| राजघराणे | भोसले | |
छत्रपती राजाराम (तिसरे राजाराम) हे १९२२ ते १९४० पर्यंत कोल्हापूरचे महाराज होते. त्यांचे वडील छत्रपती शाहू महाराज होते. एक उदार शासक, आपल्या राज्यातील दलित आणि उदासीन जातींच्या उन्नतीसाठी ते महत्त्वाचे होते. त्यांनी कोल्हापूर उच्च न्यायालय, आधुनिक गृहनिर्माण विकास, अद्ययावत पाणीपुरवठा प्रणाली, मोफत प्राथमिक शिक्षण आणि उच्च दर्जाची स्त्री शिक्षण यांची स्थापना केली.