बाराखडी
मराठी भाषा लिहिण्यासाठी देवनागरी लिपीचा वापर होतो. देवनागरीतील स्वरांची चिन्हे (स्वरांशचिन्हे उदा. काना, मात्रा, उकार, वेलांटी इ.) व्यंजनांच्या चिन्हांना जोडून तयार होणाऱ्या व्यजनाक्षरांच्या संचाला बाराखडी असे म्हणतात.[१] ह्यांत मराठी भाषेत वापरण्यात येणारे स्वर आणि त्यांपैकी काही स्वरांचे ऱ्हस्व-दीर्घ असे भेद तसेच काही स्वरावलंबी धर्म ह्यांच्या चिन्हांचा समावेश असतो.
मराठीच्या लेखनात परंपरेने अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः ह्यांना स्वर म्हणतात. व्यंजनोच्चारात ह्या प्रत्येक स्वराचा उच्चार मिळवून होणाऱ्या अक्षराच्या उच्चारासाठी व्यंजनांच्या चिन्हाला एक खूण जोडण्यात येते. ती ह्या स्वरांची खूण मानतात. ह्यांपैकी काही खुणांना मराठीत विविध नावे दिलेली आहेत.
मराठीच्या लेखनपरंपरेत स्वर म्हणून गणण्यात आलेल्या ह्या बारा खुणांव्यतिरिक्त काही खुणा परंपरेत वापरलेल्या आढळतात. उदा. ऋ, ऌ ह्यांचा समावेश स्वरांत करण्यात येतो. त्यांची स्वरांशचिन्हे ृ आणि ॢ अशी मानण्यात येतात. तसेच ह्यांना ऱ्हस्व उच्चाराच्या खुणा मानून त्यांच्या दीर्घ उच्चाराच्या ॠ, ॡ (तसेच स्वरांशाच्या ॄ, ॣ) ह्या खुणाही परंपरेत दिलेल्या आहेत. मराठीच्या लेखनपरंपरेत ह्यांपैकी पहिल्या जोडीचा वापर आढळतो. ऋ हे स्वराक्षर तसेच त्याचे स्वरांशचिन्ह ृ हे बऱ्यापैकी वापरात आहे. ॡ ह्या चिन्हाचा वापर मुख्यत्वे शैक्षणिक संदर्भात (अंकलिपीत) दिसतो तर ॢ ह्या स्वरांशचिन्हाचा वापर कॢप्ती अशा एखाद्या शब्दातच आढळतो. ह्या खुणांचा समावेश केल्यास चिन्हांची संख्या वाढून १४ किंवा १६ होते.
संस्कृतमध्ये ऌ आणि ॢ असलेले शब्द भरपूर आहेत. संस्कृृतमध्ये दीर्घ ॡ नाही; मराठीत आहे.
बाराखडी मध्ये प्रामुख्याने बारा स्वर असतात आणि यामुळेच त्याला बाराखडी असे नाव पडले आहे. परंतु आता भारत शासनेच्या नियमानुसार बाराखडीमध्ये ‘ॲ’ आणि ‘ऑ’ या दोन स्वरांचा समावेश करण्यात आला आहे.
स्वर | स्वरांशाचे चिन्ह | स्वरांशचिन्हाचे नाव | स्वरांशचिन्ह जोडून तयार होणारे ‘क’ ह्या व्यंजनाक्षराचे रूप (बाराखडी) |
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अ | - | - | क (व्यंजनाक्षराचे मूळ रूप अकारयुक्तच मानतात. त्यामुळे ह्यासाठी व्यंजनाक्षराच्या रूपात बदल होत नाही.) |
आ | ा | काना | का |
इ | ि | पहिली वेलांटी/ ऱ्हस्व इकार | कि |
ई | ी | दुसरी वेलांटी/ दीर्घ इकार | की |
उ | ु | पहिला उकार/ ऱ्हस्व उकार | कु |
ऊ | ू | दुसरा उकार/ दीर्घ उकार | कू |
ए | े | मात्रा/ एक मात्रा | के |
ऐ | ै | दोन मात्रा | कै |
ओ | ो | एक काना आणि एक मात्रा/ ओकार | को |
औ | ौ | एक काना आणि दोन मात्रा/ औकार | कौ |
अं | ं | टिंब/ अनुस्वार/ शिरोबिंदू | कं |
अः | ः | विसर्ग | कः |
मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | |
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प्रचलित बाराखडी | अ् | अ | आ | इ | ई | उ | ऊ | ऋ | ॠ | ऌ | ॡ | ए | ॲ | ऐ | ओ | ऑ | औ | अं | अ: | उदाहरण |
सावरकरी बाराखडी | अ् | अ | आ | अि | अी | अु | अू | अृ | अॄ | ऌ | ॡ | अे | ॲ | अै | ओ | ऑ | औ | अं | अः | उदाहरण |
उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | |
देवनागरीत असलेली पण मराठीत नसलेली अक्षरे | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण |
ॲ आणि ऑ ची भर पडल्याने बाराखडी आता १४ खडी झाली आहे.
मराठीत नसलेले इतरभाषी स्वरोच्चार बाराखडी
तमिळ, तेलुगू, कानडी या लिप्यांमध्ये ऱ्हस्व आणि दीर्घ ए आणि ओ आहेत; त्यांतले दीर्घ स्वर मराठीत नाहीत
भाषा नाव | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर | मथळा मजकूर |
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कन्नड | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण |
जर्मन | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण | उदाहरण |
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संदर्भ
- ^ दाते, यशवंत रामचंद्र. शिकागो विद्यापीठाच्या डिजिटल लायब्ररी ऑफ साऊथ एशिया ह्या प्रकल्पातील महाराष्ट्र-शब्दकोशाचे संकेतस्थळ http://dsalsrv02.uchicago.edu/cgi-bin/philologic/contextualize.pl?p.35.date.649116. ३० जून २०१८ रोजी पाहिले. Unknown parameter
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