रत्नागिरी जिल्यातील दापोली तालुक्यात पन्हाळेकाजी येथे पुरातन लेणी आहेत. प्रणालक दुर्गाच्या दक्षिण भागात गौर लेणे असा एक भाग आहे. या लेणीसमूहात गणपती, त्रिपुरसुंदरी, सरस्वती यांच्या मूर्ती कोरलेल्या आहेत. अक्षोभयाची एक डोकेविरहीत मूर्ती येथे पहायला मिळते. शिवलिंग, गाभा-याभोवतीचा प्रदक्षिणा मार्ग, रामायण-महाभारतातील प्रसंगएका लेण्यात पहायला मिळतात. मानुषी बुद्ध, भैरव, हनुमान यांची शिल्पेही वेगवेगळ्या लेण्यात पहायला मिळतात.[१]
निर्मिती
हा लेणीसमूह खोदण्याची सुरुवात दुसऱ्या किंवा तिसऱ्या शतकापासून झाली. त्या ८ ते ११ शतकांपर्यंत खोदल्या गेलेल्या आहेत.[२]
चित्रदालन
पन्हाळेकाजी लेणी
शिल्पपट
लेणी मंदिर
संदर्भ
- ^ महाराष्ट्रातील लेणी, सु.ह. जोशी
- ^ "अंजनेरी". 2018-04-08 रोजी मूळ पान पासून संग्रहित. 2017-05-25 रोजी पाहिले.
भारतीय बौद्ध लेणी |
---|
आंध्र प्रदेश | - अद्रापूर लेणी
- बेलम लेणी
- चंदावरम
- एर्रावरम लेणी
- Guntupalli Caves
- Kotturu Dhanadibbalu
- Pandavula Metta Caves
- Ramatheertham Caves
- Sankaram
- उन्दावल्ली लेणी
| |
---|
बिहार | |
---|
गुजरात | - धनक लेणी
- जुनागढ बौद्ध लेणी समूह
- भव प्यारा लेणी
- उपरकोट लेणी
- Kadia Dungar caves
- Khambhalida Caves
- Sana Caves
- Siyot caves
- Talaja Caves
|
---|
कर्नाटक | - ऐहोले लेणी
- बदामी लेणी मंदिर
- पांडव लेणी मंगलोर
|
---|
मध्यप्रदेश | - बाघ लेणी
- धामनार लेणी
- धर्मराजेश्वर
- गांधी सागर अभयारण्य
|
---|
महाराष्ट्र | |
---|
ओडिशा | |
---|
राजस्थान | - बिन्नायगा बौद्ध लेणी
- हतियागोर बौद्ध लेणी
- कोलवी लेणी
|
---|
तामिळनाडू | |
---|
महाराष्ट्रातील लेणी |
---|
औरंगाबाद जिल्हा | |
---|
| |
---|
| |
---|
उस्मानाबाद जिल्हा | |
---|
मुंबई जिल्हा | |
---|
| |
---|
| खरोसा |
---|
| |
---|
रत्नागिरी जिल्हा | |
---|
| |
---|
| |
---|
| |
---|