कृष्णाजी पांडुरंग कुलकर्णी
कृष्णाजी पांडुरंग कुलकर्णी |
---|
कृ.पां. ऊर्फ कृष्णाजी पांडुरंग कुलकर्णी (जन्म : इस्लामपूर-सांगली जिल्हा, जानेवारी ५, १८९२ - - मुंबई, जून १२, १९६४) हे मराठी लेखक व भाषातज्ज्ञ होते. त्यांचे एम.ए.बी.टी.पर्यंतचे शिक्षण इस्लामपूर, नाशिक, कोल्हापूर, पुणे, मुंबई इत्यादी ठिकाणी झाले. सुरुवातीला ते शाळेत शिक्षक होते, पण नंतर अहमदाबाद येथे संस्कॄतचे व पुढे मुंबई येथे मराठीचे प्राध्यापक झाले. शेवटी मुंबईतील एका कॉलेजाचे ते प्राचार्य म्हणून निवृत्त झाले.
जी.एफ. म्यूरच्या द बर्थ ॲन्ड ग्रोथ ऑफ रिलिजन ह्या ग्रंथाचे भाषांतर त्यांनी धर्म : उद्गम आणि विकास ह्या नावाने केले आहे.
कृ.पां. कुलकर्णी यांचे मराठी भाषेसाठीचे कार्य
- मुंबई येथे मराठीचे प्राध्यापक
- मराठी संशोधन मंडळाचे संचालक (१९४८ ते १९५०)
- महाराष्ट्र सरकारच्या भाषा सल्लागार मंडळाचे अध्यक्ष
- मराठी शुद्धलेखन समितीचे कार्यवाह
कृ.पां. कुलकर्णी यांचे प्रकाशित साहित्य
वर्ष | पुस्तक | भाषा | प्रकाशन | प्रकार/विषय |
---|---|---|---|---|
१९५७ | ऐतिहासिक पत्रव्यवहार | मराठी | ऐतिहासिक | |
१९६२ | कृष्णाकाठची माती | मराठी | आत्मचरित्र | |
१९३७ | धर्म : उद्गम आणि विकास (मूळ इंग्रजी) | मराठी | वैचारिक | |
१९३०-३४ | पेशवे दप्तराचे ४५ खंड (सहसंपादक) | मराठी | ऐतिहासिक | |
१९२५ | भाषाशास्त्र व मराठी भाषा | मराठी | ललितेतर/भाषा | |
१९३३ | मराठी भाषा उद्गम व विकास | मराठी | ललितेतर/भाषा | |
१९६९ | मराठी व्याकरणाचे व्याकरण (संपादन डॉ. ग.मो.पाटील) | मराठी | भाषा/ललितेतर | |
१९४६ | मराठी व्युत्पत्तिकोश | मराठी | कोश | |
१९६० | महाराष्ट्र गाथा (सह-संपादनः प्र.के. अत्रे) | मराठी | ललितेतर | |
१९५७ | मुकुंदराजाचा विवेकसिंधू (संपादन) | मराठी | ललितेतर | |
१९३७ | राजवाडे मराठी धातुकोश (संपादन) | मराठी | कोश | |
१९५३ | शब्द : उगम आणि विकास | मराठी | भाषा/ललितेतर | |
१९२६ | संस्कृत ड्रामा ॲन्ड ड्रॅमॅटिस्ट्स | इंग्रजी | भाषा/नाट्यशास्त्र |
गौरव
- अध्यक्ष, मराठी साहित्य संमेलन, अंमळनेर, १९५२